Saturday, September 7, 2024

मसला सुकून का

यूँ तो ना कोई दावेदारी तुझपर ना तुझसे कोई रिश्ता है खून का तुझे देख के जो मिलता है रूह को बस मसला है सारा उसी कमबख़्त सुकून का

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