Poetry by Jaswinder Baidwan
Pages
(Move to ...)
Home
Videos - Poetry
Wallpapers - Poetry
Contact Me
▼
Wednesday, September 24, 2025
तमाशे इश्क़ के
›
कोई ख़ामोश, कोई बर्बाद कोई बेबस, कोई बेताब हाय ! ए इश्क़ तेरे भी तमाशे बहुत हैं
Tuesday, September 23, 2025
मेरा नियम
›
बस एक ही नियम है मेरा मुझे ख़ुद ही बता दो इस से पहले कि मैं पता लगा लूँ
Monday, September 22, 2025
गुमराह
›
जानना हो मुझे तो कभी फुर्सत निकाल के आना पास मेरे ये इधर उधर की ख़बरें कर देंगी गुमराह तुझे
आ जाऊँ जो अपनी आई पर
›
ख़ास हो तुम मेरे लिए तो मुझे आम ना समझो आ जाऊँ जो अपनी आई पर तो मैं ख़ुद पर भी तरस नहीं खाता
Sunday, September 14, 2025
आईने
›
फेंक दिए है मैंने सारे ये आईने नहीं किसी काम के बस इक उसकी आँखों में ही अच्छा दिखता था चेहरा मेरा
Friday, September 12, 2025
कलयुग
›
उसे मानना ईच्छा नहीं एक सुखी इंसान की बस मजबूरी एक डरे हुए लाचार की है कलयुग है पार्थ यहाँ तलाश भगवान की नहीं चमत्कार की है
Thursday, September 11, 2025
आदत है मेरी
›
ज्ञान ना दे मुझे बिना तैयारी हर इम्तिहान में बैठने की आदत है मेरी
›
Home
View web version