Thursday, September 11, 2025

क़ीमत उसकी

दुख ये नहीं कि इक अरसे पहले उसने ठुकरा दिया था मुझे दुख इस बात का आज किसी दूसरे घर में रद्दी बराबर क़ीमत है उसकी

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