Tuesday, June 25, 2024

और किसी की ये औक़ात ना थी

हर कमी मेरी से था तू वाक़िफ़ 

तुझसे पर्दे की कोई बात ना थी 

बस एक तू ही तोड़ सकता था मुझे 

सनमऔर किसी की ये औक़ात ना थी

No comments:

Post a Comment